पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी आज रविवार को चार दिवसीय यात्रा पर दिल्ली पहुंच गईं. इस दौरे के दौरान वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के अलावा अपनी पार्टी के सांसदों से भी मिलेंगी. साथ ही विपक्षी दलों के गठबंधन INDIA ब्लॉक के एक बैठक में भी शामिल होंगी.
कोलकाता रवाना होने से पहले सीएम ममता ने कहा कि वह बंगाल के लिए केंद्रीय फंड जारी करने की मांग को लेकर पीएम मोदी से मुलाकात करेंगी. ममता ने कहा, “उन्होंने (केंद्र) हमारे फंड रोक दिए हैं और हमारा बकाये पैसे भी जारी करने को तैयार नहीं हैं. बंगाल ही ऐसा अकेला राज्य है जिसका फंड रोक दिया गया है.”
फंड को लेकर PM मोदी से करेंगे बातः CM ममता
फंड रोके के खिलाफ आवाज उठाने की बात करते हुए सीएम ममता ने कहा, “हम इन चीजों के खिलाफ आवाज उठाएंगे और हम इनके खिलाफ आवाज उठा भी रहे हैं. यह बैठक (पीएम मोदी के साथ बैठक का) इसी का हिस्सा होगा. और यही वजह है कि मैं दिल्ली जा रही हूं.”
राजधानी दिल्ली में सीएम ममता कल सोमवार को तृणमूल कांग्रेस के सांसदों के साथ बैठक करेंगी और फिर अगले दिन मंगलवार को वह विपक्षी दलों के गठबंधन INDIA ब्लॉक की बैठक में शामिल होंगी. पश्चिम बंगाल के लंबित केंद्रीय फंड रोके जाने के मुद्दे पर ममता टीएमसी के कुछ सांसदों के साथ बुधवार (20 दिसंबर) को सुबह 11 बजे पीएम मोदी से मुलाकात करेंगी.
दिल्ली आने से पहले सीएम ममता ने 13 दिसंबर को संसद में हुई सेंधमारी की घटना पर चिंता जताई और कहा कि यह एक “गंभीर मामला” है. इस मसले पर सीएम ममता ने कहा, “यह बड़ी चूक हुई है… केंद्रीय गृह मंत्री पहले ही यह मान चुके हैं.” उन्होंने आगे कहा, “इस मामले की जांच करवानी जानी दीजिए.”
ललित का बंगाल से नाता नहींः CM ममता
साथ ही सीएम ममता ने यह भी दावा किया कि सुरक्षा के उल्लंघन के मुद्दे पर आवाज उठाने वाले विपक्ष के सदस्यों को निलंबित कर दिया गया. उन्होंने निराशा जताते हुए कहा, “डेरेक ओ’ब्रायन (टीएमसी सांसद) और 14 अन्य विपक्षी सांसदों को संसद से निलंबित कर दिया गया.” हालांकि लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कल शनिवार को इन आरोपों को खारिज कर दिया 13 विपक्षी सांसदों का निलंबन सुरक्षा उल्लंघन से जुड़े मामले की वजह से नहीं किया गया. उन्हें “पूरी तरह से इसकी पवित्रता बनाए रखने के लिए” सदन से निलंबित किया गया था.
संसद सुरक्षा उल्लंघन के मास्टरमाइंड कहे जा रहे ललित झा के टीएमसी की युवा शाखा से जुड़े होने के आरोपों पर सीएम ममता ने कहा कि उसका पश्चिम बंगाल से कोई संबंध नहीं है. उसका झारखंड या किसी अन्य राज्य से कोई संबंध हो सकता है, लेकिन मैं इस बारे में क्लियर नहीं हूं. टीएमसी ने पहले ही आरोपों को खारिज कर दिया है. ममता ने 13 दिसंबर की घटना की “निष्पक्ष जांच” की मांग की.